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Lockdown: कोरोना संक्रमित गर्भवती की कराई नॉर्मल डिलीवरी, जच्चा-बच्चा स्वस्थ

ऑपरेशन करने से हो सकता था रिस्क
लखनऊ। निशातगंज की कोरोना संक्रमित गर्भवती का लोकबंधु अस्पताल में सामान्य प्रसव हुआ है। शिशु और महिला स्वस्थ हैं। वहीं शिशु का भी नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया है। हांलाकि प्रसव के पहले गर्भवती का बीपी बढ़ गया था और उसके पैर में काफी सूजन भी आ गई थी। ऐसे में लोकबंधु के डॉक्टरों और स्टॉफ के सामने इस महिला प्रसव कराना भी एक बड़ी चुनौती थी। वहीं लोकबंधु प्रशासन ने अस्पताल में कोरोना संक्रमित पहली गर्भवती के सामान्य प्रसव कराने का दावा किया है।
मूल रूप से अयोध्या की रहने वाली गर्भवती यहां निशातगंज में अपने रिश्तेदार के पास रुकी है। प्रसव पीड़ा होने पर उसे महानगर के फातिमा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद उसे बुधवार को लोकबंधु अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
लोकबंधु अस्पताल की सीएमएस डॉ अमिता यादव का कहना है कि गर्भवती जब रेफर होकर आई तो उसका बीपी काफी बढ़ा और पैर में काफी सूजन थी। उसका ब्लड ग्रुप भी निगेटिव है। ऐसे में ऑपरेशन करने में बहुत ही रिस्क लग रहा था। तब अस्पताल की डॉ सुरभि रानी ने गर्भवती का बीपी सामान्य करने का प्रयास शुरू किया। कुछ दर्द निवारक दवाएं और इंजेक्शन देकर गर्भवती का सामान्य प्रसव डॉ सुरभि के साथ नर्स तारा देवी और आया गुडिय़ा ने देर रात सुरक्षित तरीके से कराया।
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लोकबंधु के निदेशक डॉ डीएस नेगी ने बताया कि अस्पताल में कोरोना संक्रमित पहली गर्भवती का सामान्य प्रसव कराया गया है। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है, कि आखिर महिला कोरोना संक्रमित कैसे हुई। क्योंकि जैसा उसने बताया कि वह लॉकडाउन से घर में थी। सिर्फ करीब 15 दिन पहले और फिर मंगलवार को घर से बाहर निकलकर महानगर के फातिमा अस्पताल में गई थी।http://www.satyodaya.com
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अक्षम जवानों की सूची न सौंपने पर DGP मुख्यालय ने जताई नाराजगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में कार्यरत 50 वर्ष से अधिक उम्र के जवानों की सूची न उपलब्ध कराने पर डीजीपी मुख्यालय ने नाराजगी जाहिर की है। सरकार का निर्देश है कि जनपदों पुलिस विभाग के उम्रदराज और भ्रष्ट व अक्षम अफसरों व जवानों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देकर बाहर किया जाए। इस संबंध में डीजीपी मुख्यालय ने 5 सितंबर को सभी जिला कप्तानों से सूची मांगी थी। एक महीने से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी जिलों से सूची नहीं आई है।
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जिसके बाद डीजीपी मुख्यालय ने सभी जोन के एडीजी, पुलिस कप्तानों और पुलिस कमिश्नर को रिमाइंडर भेजा है। सूत्रों के मुताबिक डीजीपी मुख्यालय ने सभी जिलों से 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले सभी पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग कर 25 अक्टूबर तक सूची मांगी है। मुख्यालय ने 31 मार्च 2020 को 50 वर्ष की आयु पूरी कर चुके पुलिस कर्मियों की स्क्रीनिंग कराए जाने के निर्देश दिए थे। सरकार के निर्देश के मुताबिक यूपी पुलिस में सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक की स्क्रीनिंग कर अनिवार्य सेवानिवृत्त दी जानी है।http://www.satyodaya.com
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बरेली के कथित लव-जेहाद मामले में आया नया मोड़, युवती का वीडियो भी वायरल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में लव-जेहाद के कई मामले सामने आ चुके हैं। आगरा, कानपुर, सुल्तानपुर और मेरठ सहित कई जनपदों में हाल में ऐसे मुद्दों पर काफी हंगामा मच चुका है। भोली-भाली लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन कराकर निकाह किया गया। यूपी बरेली एक ऐसा ही एक मामला इन दिनों चर्चा में है। यहां रहने वाले समुदाय विशेष के एक युवक हिन्दू समाज की युवती को अपने प्यार में फंसाकर बहला-फुसला कर भगा ले गया। चैतरफा हंगामे के बीच लड़की का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। जिसमें युवती कह रही है कि अब वह बालिक हो चुकी है। जो कुछ भी हुआ है, वह उसकी मर्जी से हुआ। बिलाल के साथ शादी भी उसने अपनी मर्जी से की है।
कोचिंग के लिए निकली और फिर नहीं लौटी
17 अक्टूबर को कोचिंग के लिए निकली युवती अचानक गायब हो गयी। परिजनों ने जब उसकी खोज-खबर शुरू की तो पता चला कि वह एक युवक के साथ गई है। इसके बाद युवती के पिता ने इलाके के बिलाल घोसी, उसकी मां-बहन, उसके दोस्त विशाल व शिवम के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई।
कई वर्षों से युवती के पीछे पड़ा था बिलाल
युवती सहेलियों व परिजनों का कहना है कि बिलाल पिछले कई वर्षों से उसके पीछे पड़ा हुआ था। दो वर्ष पहले बिलाल ने युवती के साथ छेड़छाड़ की थी। परिजनों को पता चलने ने पर बिलाल के घर जाकर उसके पिता रजा से शिकायत भी की थी। पीडि.त पिता का आरोप है कि पुलिस से भी शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय बिलाल को चेतावनी देकर छोड़ दिया था। युवती की सहेलियों ने बताया कि बिलाल इसके बाद भी युवती को छेड़ता रहा। वह कई लड.कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाकर उनका यौन शोषण कर चुका है।
माथे पर तिलक और हाथ पर कलावा बांधता था बिलाल
हिन्दू समाज की युवतियों को फंसाने के लिए बिलाल घोसी अपने माथे पर चंदन का तिलक लगाता था और कलाई पर कलावा बांधता था। खुद के मुस्लिम होने की पहचान छिपाकर वह सोशल मीडिया पर हिन्दू लड़कियों को अपने प्यार के झांसे में लेता था।
आठवीं फेल है बिलाल, बीएससी कर रही है छात्रा
परिजनों ने बताया कि बिलाल और छात्रा सातवीं तक एक साथ पढ़ते थे। आठवीं में फेल होने के बाद बिलाल अपने पिता के दूध के कारोबार में मदद करने लगा। इलाके में ही उसकी डेयरी की दुकान है। जबकि छात्रा ने पढ़ाई जारी रखी। युवती इस समय बीएससी करने के साथ कम्प्यूटर की कोचिंग कर रही थी। पिता ने बताया कि सब कुछ जानते हुए भी बेटी बिलाल के प्यार के झांसे में आ गई।
हिन्दू संगठनों में आक्रोश, थाने पर हंगामा

कथित लव जेहाद के इस मामले को लेकर कई दिनों से जमकर बवाल भी मचा हुआ है। भाजपा, बजरंगज दल सहित कई हिन्दू संगठनों ने स्थानीय थाने में हंगामा किया। पुलिस द्वारा अभद्रता करने पर भीड़ ने थाने में तोड़फोड़ शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज कर दिया। मामला लखनऊ तक पहुंचा। हंगामा बढ़ने पर शासन थाने के कई पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
आठ लाख रुपए और मां के जेवर भी ले गयी युवती
युवती के पिता एक निजी स्कूल में कैशियर हैं। पुलिस को दी तहरीर में पिता ने बताया कि युवती अपने साथ घर में रखे हुए आठ लाख रुपए और अपनी मां के जेवर भी ले गयी है। पिता बेटी की हत्या किए जाने की भी आशंका जाहिर की है। पुलिस युवक-युवती की तलाश में जुटी हुई है। दोनों की अंतिम लोकेशन हल्द्वानी, मुरादाबाद होते हुए दिल्ली में मिली है। हालांकि अभी तक दोनों को बरामद नहीं किया जा सका है।http://www.satyodaya.com
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बागपत: बिना अनुमति दाढ़ी रखने पर निलंबित हुआ SI, 3 बार दी गई थी हिदायत

बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद के रामाला थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर इंतसार अली को बिना अनुमति लंबी दाढ़ी रखने के आरोप में पुलिस अधीक्षक ने निलंबित करते हुए पुलिस लाइन भेज दिया। बताया जा रहा है कि पुलिस अधीक्षक ने दरोगा इंतसार अली को तीन बार दाढ़ी कटवाने की चेतावनी दी थी। साथ ही उन्हें दाढ़ी रखने के लिए विभाग से अनुमति लेने को भी कहा था। लेकिन पिछले कई महीनों से दरोगा इंतसार अली आदेश की अनदेखी करते हुए दाढ़ी रख रहे थे। सहारनपुर निवासी इंतसार अली यूपी पुलिस में एसआई के पद पर भर्ती हुए थे। पिछले तीन साल से वह बागपत जिले में कार्यरत हैं। लॉकडाउन से पहले उन्हें रमाला थाने में तैनाती दी गई थी। पुलिस विभाग के नियमों के विपरीत लंबी दाढ़ी रखने को लेकर चर्चा में आए थे।
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एसपी अभिषेक सिंह ने न्यूज़ 18 से बताया कि पुलिस मैनुअल के अनुसार, पुलिस बल में तैनात रहते हुए सिख समुदाय के पुलिसकर्मियों को छोड़कर कोई भी अन्य अधिकारी या कर्मचारी दाढ़ी नहीं रख सकता और अगर कोई रखना चाहता है तो उसे प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। लेकिन, दारोगा इंतसार अली बिना अनुमति के ही दाढ़ी रख रहे थे। जिसकी शिकायत मिल रही थी। काफी समझाने और नोटिस देने के बावजूद भी उन्होंने दाढ़ी नहीं कटवाकर अनुसाशनहीनता दिखाई है। इस पर दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
एसआई इंतसार अली का कहना है कि वह नवंबर 2019 से ही अनुमति के प्रयास में लगा हुआ है। लेकिन अभी तक विभाग से अनुमति नहीं मिल सकी है।http://satyodaya.com