देश
पीयूष गोयल ने कोरस कमांडो को दिखाई हरी झंडी, छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में होगी पहली तैनाती

नई दिल्ली। रेल, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को नई दिल्ली के स्टेट एंट्री रोड में भारतीय रेलवे के लिए ‘कोरस’ (रेल सुरक्षा के लिए कमांडो) की शुरूआत की है। इसके साथ ही रेल सुरक्षा बल के लिए नए स्थापना मैनुअल को जारी किया। इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी.के.यादव, रेल सुरक्षा बल के महानिदेशक अरूण कुमार और उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक टी.पी.सिंह समेत कई वरिष्ठ रेल अधिकारी मौजूद रहे।
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के महानिदेशक अरुण कुमार ने बुधवार को बताया कि रेलवे की सुरक्षा के लिए गठित कमांडोज फॉर रेलवे सेफ्टी (कोरस) की पहली तैनाती नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में होगी। उन्होंने बताया कि कोरस कमांडों के प्रशिक्षण के लिए हरियाणा के जगाधरी शहर में एक अत्याधुनिक संस्थान बनाया जाएगा।

कोरस की शुरुआत के अवसर पर गोयल ने कहा कि आज हम भारत को एक स्वच्छ, स्वस्थ सम्पन्न और सुरक्षित राष्ट्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विध्वंसक शक्तियों से मिलने वाली चुनौतियों के मद्देनजर, रेल सुरक्षा बल में कोरस को सम्मिलित करने की योजना बनाई है। ‘कोरस’ बल को बेहतर और अत्याधुनिक उपकरण और विश्वस्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। गुजरात के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 8 लोगों की जान बचाने वाले रेल सुरक्षा बल के जवान शिवचरण गुर्जर के प्रयासों की सराहना करते हुए गोयल ने रेल सुरक्षा बल के जवानों की शानदार सेवा की सराहना की। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि दलालों को हतोत्साहित करने के लिए तुरंत प्राधिकारियों को सूचित करें ताकि टिकट दलाली की समस्या को पूरी तरह से दूर किया जा सके।
रेल मंत्री ने कहा कि रेलयात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए हर स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरों का एक नया नेटवर्क स्थापित किया जायेगा। इन कैमरों का लिंक स्थानीय स्टेशनों, राजकीय रेल पुलिस, रेल सुरक्षा बल, मंडल कार्यालय और स्वयं मंत्री के कार्यालय तक को दिया जायेगा। उन्होंने दूर-दराज क्षेत्रों में दिन-रात रेल सम्पत्ति और यात्रियों की सुरक्षा में मुस्तैद रहने वाले प्रत्येक जवान और रेल सुरक्षा अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने रेलयात्रियों की सुरक्षा की चिंता जताने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया। इस दिशा में ‘कोरस’ का गठन एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन पर राष्ट्र को अपनी शुभकामनाएं दीं ।
वहीं, इस मौके पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी.के. यादव ने कहा कि कोरस का गठन विस्तृत नीति-निर्माण की परिणति है। दूर-दराज के चुनौतीपूर्ण इलाकों में रेल सम्पत्ति और रेलयात्रियों की सुरक्षा में रेल सुरक्षा बल सदैव मुस्तैद रहती है। रेल सुरक्षा की चुनौतियों को निपटने के लिए इस अलग कमांडो यूनिट ‘कोरस’ का गठन किया गया है। इस यूनिट को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण और बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। यह विशेष यूनिट किसी भी चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने में सक्षम है।
ये भी पढ़ें: पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले में कोर्ट ने सभी आरोपियों को किया बरी
रेल सुरक्षा बल के महानिदेशक अरूण कुमार ने कहा कि देश के एक कोने को दूसरे कोने को जोड़ने में रेलवे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। रेल सुरक्षा की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित श्रमबल वाले एक विशेष टास्क फोर्स की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। वर्तमान में रेलवे ऐसी अनेक परियोजनाओं पर काम कर रही है जो सामरिक और आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह विशेष यूनिट ‘कोरस’ इन परियोजनाओं में आने वाली चुनौतियों के साथ-साथ रेलयात्रियों के समक्ष आने वाली कठिन परिस्थितियों से भी निपटने में सहयोगी होगी। कोरस के कमांडो प्रख्यात संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त हैं और किसी भी चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने में सक्षम हैं। यह नई यूनिट रेल सुरक्षा को और अधिक मजबूत करेगी।http://www.satyodaya.com
देश
एलओसी पर आईईडी विस्फोट में भारतीय सेना का एक जवान शहीद

लखनऊ। जम्मू कश्मीर में एलओसी के पास पाकिस्तान की तरफ से लगायी गयी आईईडी में हुए धमाके में भारतीय सेना एक जवान शहीद हो गया। जिस वक्त यह धमाका हुआ, उस समय भारतीय जवान वहां पेट्रोलिंग कर रहे थे। विस्फोट में सेना का पेट्रोलिंग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। दो अन्य जवान घायल भी हुए हैं। धमाके के बाद सेना ने पूरी सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी है। मीडिया खबरों के मुताबिक रोज की तरह रविवार को सुबह करीब 11 बजे सेना के जवान पेट्रोलिंग कर रहे थे। इस बीच पाकिस्तान की ओर जाने वाली एक कच्ची सड़क पर जोरदार विस्फोट हो गया।
यह भी पढ़ें-उन्नाव: कांग्रेस नेताओं ने पीड़ित किसानों से की मुलाकात…
वाहन में भारतीय सेना के चार जवान सवार थे। जिनमें एक शहीद हो गया जबकि अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल जवानों को सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूरे इलाके की नाकेबंदी की गई है, सुरक्षाबल आतंकियों की धरपकड़ के लिए सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।http://www.satyodaya.com
देश
संसद के शीत सत्र से पहले पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक में लिया हिस्सा

नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होगा। इससे पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक का आयोजन हुआ। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए। पीएम मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह मौजूद थे। मीटिंग की तस्वीरें खुद पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए उम्मीद जताई है कि शीतकालीन सत्र में भारत के विकास और नागरिकों के सशक्तीकरण के लिए रचनात्मक चर्चा हो पाएगी। इसी के साथ उन्होंने आगामी सत्र को ऐतिहासिक बताते हुए लिखा कि यह राज्यसभा का 250वां सत्र होगा, उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस दौरान दोनों ही सदनों में सार्थक चर्चा होगी।
पीएम मोदी इस दौरान विपक्षी दलों से बड़ी ही गर्मजोशी से मिले। उन्होंने जो तस्वीरें ट्वीट की हैं उसमें वो राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और लोकसभा में लीडर अधीर रंजन चौधरी से गर्मजोशी से मुलाकात दिख रहे हैं।
ये भी पढ़ें: अयोध्या फैसले में शामिल रहे जस्टिस अब्दुल नजीर की जान को खतरा, मिली Z सुरक्षा
बता दें, पीएम मोदी सर्वदलीय बैठक के बाद एनडीए घटक दलों के सांसदो से भी मिले, जिसके बाद वह बीजेपी की संसदीय दल की मीटिंग में शामिल हुए। उन्होंने मीटिंग के बाद ट्वीट किया कि, ‘हमारा गठबंधन देश की विविधता और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। हम सभी मिलकर देश के किसानों, युवाओं, महिलाओं और देश के गरीबों के जीवन में बदलाव के लिए कोई कोर-कसर बाकी न रखेंगे।’http://www.satyodaya.com
देश
अयोध्या फैसले में शामिल रहे जस्टिस अब्दुल नजीर की जान को खतरा, मिली Z सुरक्षा

नई दिल्ली। अयोध्या मामले में फैसला सुनाने वाली पांच जजों की संवैधानिक बेंच में शामिल जस्टिस अब्दुल नजीर को उनके परिवार सहित सरकार ने ‘जेड’ श्रेणी की सरक्षा दी है।
जस्टिस अब्दुल नजीर को अतिवादी प्रतिबंधित संगठन पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया से खतरा बताया जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा देना का फैसला लिया है। गृह मंत्रालय ने जस्टिस नजीर सहित उनके पूरे परिवार को जेड श्रेणी की सुरक्षा देने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और स्थानीय पुलिस को आदेश दे दिया है।
सूत्रों के अनुसार, अयोध्या मामले पर फैसले के बाद सुरक्षा एजेंसियो ने जस्टिस नजीर की जान को पीएफआई और अन्य कुछ अतिवादी संगठनों से जान का खतरा बताया है। जिसे देखते हुए जस्टिस नजीर को उनके गृह राज्य समेत देश भर में जेड सिक्यॉरिटी कवर देने का आदेश जारी किया गया है। इस दौरान उनके साथ 22 पैरामिलिट्री के जवान रहेंगे वहीं, पुलिस के जवान भी शामिल रहेंगे।
ये भी पढ़ें: अयोध्या फैसले पर पुनर्विचार याचिका दायर करेगा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
बता दें, सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संविधानिक बेंच ने 9 नवंबर को अयोध्या मामले पर अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। कोर्ट ने विवादित जमीन को हिंदुओं को देने का फैसला दिया था। फैसला सुनाने वाली बेंच में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े, जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ के साथ जस्टिस अब्दुल नजीर भी शामिल थे। सभी जजों ने एकमत होकर ये फैसला सुनाया था।http://www.satyodaya.com
-
प्रदेश16 hours ago
उत्तर प्रदेश के सभी सराफा कारोबारियों को शस्त्र लाइसेंस देने की मांग
-
प्रदेश3 days ago
सीओ कैंट को धमकाते मंत्री स्वाति सिंह का कथित ऑडियो वायरल
-
देश2 days ago
पीएम मोदी के सलाहकार से मिला इप्सेफ का प्रतिनिधि मंडल
-
प्रदेश2 days ago
STF ने प्रतिबंधित पंक्षियों की तस्करी करने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़, 6 गिरफ्तार
-
देश2 days ago
डाॅ. कफील खान का निलंबन वापस लेने के लिए सीएम योगी को पत्र लिखेगा आईएमए
-
लखनऊ लाइव2 days ago
गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने से खफा यूथ कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
-
देश2 days ago
गोवा: एक बार फिर मिग 29-के लड़ाकू विमान हुआ क्रैश, बाल-बाल बचे पायलट….
-
प्रदेश2 days ago
सीओ कैंट को धमकाने के मामले में मंत्री स्वाति सिंह पर हो सकती है बड़ी कार्रवाई